ए वक्त तू शायद कल ही नया नया आया था कुछ ए वक्त तू शायद कल ही नया नया आया था कुछ
हाय मुझे सुकून मिला ये तो बुरा इक सपना था, लेकिन खा गया मुझे अंदर तक ज़ख़्म इतना ता हाय मुझे सुकून मिला ये तो बुरा इक सपना था, लेकिन खा गया मुझे अंदर तक ज़...
मैं स्वयं पर लिखती हूं मैं मेरी खुद पसंद व्यथा कहती हूं, मैं सशक्त हूं और मुझे मेरे मैं स्वयं पर लिखती हूं मैं मेरी खुद पसंद व्यथा कहती हूं, मैं सशक्त हूं और ...
प्यार भी मुझे इतना करता है, और मुझे खोने से भी डरता है। प्यार भी मुझे इतना करता है, और मुझे खोने से भी डरता है।
उस घर की चार दीवारों में गुज़रा मेरा बचपन, अक्सर मुझे याद आता है। सारे लम्हें समेट उस घर की चार दीवारों में गुज़रा मेरा बचपन, अक्सर मुझे याद आता है। सारे...
मुझे डर लगता है पराये आंसुओं से, खुदा बस तू इतना रहम कर देना भले मेरी जिंदगी को तू कम मुझे डर लगता है पराये आंसुओं से, खुदा बस तू इतना रहम कर देना भले मेरी जिंद...